लहसुन से लाभ |
लस्सन, मेघा, स्मृति, बल एवं आयुवर्धक आँखों के ज्योति ठीक करता है पुरुष के शुक्रघात बढाता है तथा स्त्रियों की प्रसव-पथ सुगम करता है उवतियों की अंग सौष्ठव की समता लाता है बच्चो के तन और मन की उन्नति में कम आता है |
देनिक जीवन में तुलसी की अवसयक्ता
- सरसों का तेल में लस्सन फ्राई करके उस तेल से मालिस करने से वातरोग का दर्द कम हो जाती है|
- ऐसा होता है की कभी कभी लोग खाना-पीना ठीक करने से भी शारीर सुखा ही रह जाता है ऐसी अवस्था में एक-दो लस्सन पिसकर आधा किलो दूध में उबालकर कुछ दिन पिने से वजन बढ़ेगी|
- हल्का गरम दूध के साथ एक-दो पिसा हुआ लस्सन लेने से शुक्र की तरलता होती नहीं है एवं शारीर-छय तथा अस्थि-छय को कम करता है|
- योवन के चले जाने का भय हो तो, दो-तीन लस्सन, गाय की घी में फ्राई कर के मक्खन मिलाकर खा लिजिए | जल्द ही उस्न-गरम पानी भी पिजिये | आटा के साथ पिसा हुआ लस्सन मिलाकर रोजी या पुडिया बना कर खा सकते है सत्तू के साथ पिसा हुआ लस्सन , घी , थोडा सा सक्कर मिलाकर भी खा सकते है |
- सर्दी नहीं लगने पर भी कभी कभी सिर- दर्द हो सकती है | ऐसे में एक-दो बूंद लस्सन का रस नस्य (नाक में डालना) करने से सिर- दर्दकम हो जाएगी |
- दुबला पतला बच्चों का वजन बढाने के लिए चालव के साथ दही की धोल और एक चतुथर्स लस्सन नियमित रूपसे से देने से उपकार होगी |
- पेट में वायु की पीड़ा होने पर ठंडा पानी के साथ दो से पाच बूंद लस्सन- रस लिजीए |
- लस्सन जीवाणुनासक है लस्सन ज्यादा परिमाण में आधा पीसकर रखने से घर जीवाणु से मुक्त होगा |
सोचने लायक कुछ बात :-
- ऋतू वयस एब अभ्यास के अनुसार लस्सन की मात्रा ठीक करना है शुरु में अल्प मात्रा से लेकर लस्सन की मात्रा बढाता है यहाँ जो मात्रा दिया है वही शुरु में लेना है . ऐसा कोई बात नहीं|
- लस्सन के गंध के वजह से कई लोग ले नहीं सकते है लस्सन अगले दिन दही में भिगोने से गंध नहीं होगी इसके अलावा घी , शाक-इत्यादि के साथ ले सकते है|
- दही मांस मछली सब्जिया, दूध-ये सब चीजो के साथ लस्सन खा सकते है खून दूषित होने से यह बचाएगा|